वेबसाइट के लिए लिंकः https://www.ceew.in/impacts/women-in-sustainability
“ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) की एक पहल वीमेन इन सस्टेनेबिलिटी (डब्ल्यूआईएस), संयुक्त राष्ट्र की सहायता से 2017 में विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू की गई थी।छ इसका उद्देश्य कार्यस्थल में लैंगिक विविधता के विचार को न केवल संख्या में बल्कि स्थायित्व संबंधी लोक नीति में अनुसंधान, कार्यान्वयन और नेतृत्व के प्रमुख क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी की गुणवत्ता में भी सुदृढ़ करना था। डब्ल्यूआईएस से सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में महिलाओं के लिए समर्थकारी कार्य वातावरण को बढ़ावा देने के लिए समान विचारधारा वाले संस्थानों के साथ सहयोगात्मक साझेदारी के माध्यम से सकारात्मक कार्रवाई के बातचीत का पोषण और विस्तार होने की उम्मीद है। हमारा दृष्टिकोण संस्थागत और क्षेत्रीय स्तर पर सहयोग, नेटवर्किंग और निरंतर निगरानी और मूल्यांकन पर केन्द्रित है।”
यूके-इंडिया प्लेज ऑफ प्रोग्रेस अभियान
डब्ल्यूआईएस ने 2021 में संयुक्त राष्ट्र जेंडर और एनर्जी कॉम्पैक्ट को सह-विकसित करने में सहायता की है, विशेष सोशल मीडिया जागरुकता अभियान के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय जेंडर दिवस पर युवा शोधकर्ताओं को जागरूक बनाया है और ब्रिटिश उच्चायोग के साथ अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया है। इस अवसर पर, सीईईडब्ल्यू ने यूके-इंडिया प्लेज ऑफ प्रोग्रेस अभियान पर हस्ताक्षर किए, जो लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, लैंगिक चुनौतियों से निपटने और लिंग मानदंडों को तोड़ने के लिए व्यावहारिक कदम उठाने और एक लिंग-निरपेक्ष समाज का निर्माण करने के लए एक संयुक्त प्रतिबद्धता है।
ऊर्जा में महिला हितधारकों का प्रशिक्षण और नेटवर्किंग
अप्रैल, 2022 में डीन राहेल काइट, फ्लेचर स्कूल द्वारा सस्टेनेबिलिटी और लोक नीति में अपनी जगह बनाने पर एक सत्र की मेजबानी की गई। यह सत्र युवा शोधकर्ताओं के लिए अपनी यात्रा से सीखने का एक मूल्यवान अवसर था, जो साहसिक नेतृत्व, समावेशिता और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
मई, 2022 में वाईआईएस ऊर्जा परिवर्तन के लिए ग्लोबल वीमेन्स नेटवर्क द्वारा आयोजित वार्षिक बैठक में ऊर्जा में महिलाओं के अन्य क्षेत्रीय/विषयगत/राष्ट्रीय नेटवर्क के साथ जुड़ा हुआ था। इसने पहले वीमेन इनरजाइज वीमेन सम्मेलन में भी भाग लिया, जो फेडरल मिनिस्ट्री फॉर इकोनोमिक एफेयर्स एंड क्लाइमेट एक्शन, जर्मनी एक परियोजना है, जिसे ड्यूश गेसेलशाफ्ट फर इंटरनेशनल जुसममेनारबिट (जीआईजेड) जीएमबीएच और जर्मन अक्षय ऊर्जा संघ (बीईई) द्वारा किया गया है।
पावरिंग लाइवलीहुड, सीईईडब्ल्यू-विलग्रो की पहल
“पावरिंग लाइवलीहुड, जो सीईईडब्ल्यू-विलग्रो की एक पहल है, का उद्देश्य विशेष रूप से महिलाओं में आजीविका के लिए स्वच्छ ऊर्जा संचालित उपकरणों के प्रसार को बढ़ाकर भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है। यह पहल 14 उद्यमों को इस क्षेत्र को बड़े पैमाने पर शुरू करने में मदद कर रही है। अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका और अपनी आजीविका में सुधार करने और कार्य को लिंग-समावेशी बनाने के लिए डीआरई क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों को स्वीकार करते हुए, उन्होंने निम्नलिखित ढांचे का उपयोग करके अपनी प्रत्येक कार्यक्रम गतिविधि में लिंग-लेंग को एकीकृत किया है।
आधार का निर्माण करें – महिलाओं की विभेदित आवश्यकता को निर्धारित करने और सभी कार्यक्रम उद्यमों, संबद्ध पारिस्थिकी भागीदारों और आंतरिक टीम के प्रति जवाबदेह रहने के लिए आंतरिक संगठन क्षमता का निर्माण करना।
साझेदारः उद्यम सहायक के रूप में कार्य करें – कुछ नई मुख्य लिंग निरप्रेक्ष व्यावसायिक रणनीतियों को संचालित करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने वाली महिलाओं को अपने व्यवसाय विस्तार में केन्द्रीय बिन्दु के रूप में रखने के लिए कार्यक्रम उद्यमों में सहायता करना।
एक बाजार त्वरक बनें – नए अनजान बाजार खंडों को अनलॉक करना, महिला उपयोगकर्त्ताओं के लिए एकीकृत मूल्य श्रृंखला को सक्रिय करना और उद्यम और कार्यक्रम दोनों स्तरों पर लिंग-निरपेक्ष साक्ष्य एकत्र करना, महिलाओं के बीच डीआरई आजीविका उपकरणों को अधिक से अधिक अपनाने पर नए सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए इसका उपयोग करना।
महिला डेमो चैंपियन मॉडल
मल्टीप्रो फूड प्रोसेसिंग मशीन के एंड-यूजर्स और डेमो चैंपियन, नीतू टंडन (बाएं) और नरेन्द्रपाल कौर यमुनानगर में पावरिंग लाइवलीहुड टीम द्वारा आयोजित किए गए प्रशिक्षण सत्र में भाग लेते हैं। उनके पास इस विश्वास के साथ कि सफल अंतिम प्रयोक्ता किसी भी प्रौद्योगिकी का समर्थन करने के लिए सबसे अच्छा वाहन है, पायलट महिला डेमो चैंपियन मॉडल है। उन्होंने सफल महिला अंतिम उपयोगकर्त्ताओं की पहचान की और उन्हें अन्य संभावित अपनाने वालों के लिए प्रदर्शन करने के लिए प्रशिक्षित किया। ये महिला डेमो चैंपियन अधिक महिलाओं को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के माध्यम से आजीविका लाभ का अनुभव करते हुए देखकर अपने व्यक्तिगत नेटवर्क और वक्तव्य का उपयोग करके लक्ष्य के करीब पहुंचने में सहायता करते हैं।
राजस्थान में महिलाओं के लिए डीआरई मूल्यांकन कार्यक्रम
उन्होंने महिलाओं की बहुलता वाली मूल्य श्रृंखलाओं की भी पहचान की है और डीआरई प्रौद्योगिकियों के लिए आवश्यकता मूल्यांकन किया है। इन मूल्य श्रृंखलाओं में अधिक संभावित महिला उपयोगकर्ताओं तक पहुंचने के लिए उन्होंने सफल हाइपरलोकल कार्यक्रमों के संचालन में विभिन्न राज्यों (जैसे उत्तर प3देश में प्रेरणा ओजस) और उद्यमों (डेयरी और खाद्य प्रसंस्करण मूल्य श्रृंखलाओं के लिए राजस्थान में देवीदयाल सोलर) में अपने साझेदारों की सहायता की। इस तरह के कार्यक्रमों में सैकड़ों महिलाएं भाग लेती हैं और रुचि के साथ, विभिन्न प्रौद्योगिकियों के लिए अग्रिम बुकिंग कार्यस्थल पर की जाती है। परिणामस्वरूप महिलाओं द्वारा इसे सफलतापूर्वक अपनाया गया है।
उदयपुर के गोगुन्दा जिले की महिलाएं डीडी सोलर द्वारा आयोजित और पावरिंग लाइवलीहुड द्वारा सहायता प्राप्त हाइपर-लोकल कार्यक्रम में शामिल हुईं।
महिलाओं के नेतृत्व वाले किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के लिए वित्तपोषण उपलब्ध करना
इस कार्यक्रम से अंतिम उपयोगकर्ता वित्तपोषण को उपलब्ध करने में भी सहायता की है, जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए एक बड़ी बाधा है। पावरिंग लाइवलीहुड्स ने महिलाओं के नेतृत्व वाले किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का वित्तपोषण करने के लए कृषि मूल्य श्रृंखला में एक फाइनेंसर समुन्नाती को जोखिम गारंटी दी है। परिणामस्वरूप रहेजा सोलर फूड प्रोसेसंग ने आन्ध्र प्रदेश के वाईएसआर और अनंतपुर जिलों में छह एफपीओ में 36 सौर ड्रायर स्थापित किए।