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    सोलर ग्रिड कनेक्टेड

    ग्रिड संबद्ध विहंगावलोकन

    भारत में सौर विद्युत क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों में तेजी से उभरने वाले क्षेत्र के रूप में उभरा है। यह, जहां सरकार के सतत विकास कार्यक्रम में सहायता करता है, वहीं देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के अभिन्न साधन और ऊर्जा सुरक्षा के लिए अनिवार्य कारक के रूप में प्रस्तुत हुआ है।

    वर्ष 2022 तक 100 गीगावाट ग्रिड संबंद्ध सौर विद्युत स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। उपर्युक्त लक्ष्य को हासिल करने के लिए, भारत सरकार द्वारा देश में सौर विद्युत उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सौर पार्क योजना, वीजीएफ योजना, सीपीएसयू योजना, रक्षा योजना, केनल बैंक एवं केनल टॉप स्कीम, बंडलिंग स्कीम, ग्रिड संबद्ध सौर रूफटॉप योजना आदि जैसी विभिन्न योजनाएं शुरु की गई हैं। ग्रिड संबद्ध सौर विद्युत संयंत्रों को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत उपाय भी किए गए हैं।

    भारत ने सौर ऊर्जा परिनियोजन में दुनिया में 5वीं रैंक हासिल की है। 30-06-2023 तक देश में 70.10 गीगावॉट क्षमता की सौर परियोजनाएं चालू हो चुकी हैं। 70.10 गीगावॉट की क्षमता में जमीन पर स्थापित सौर परियोजनाओं से 57.22 गीगावॉट, छत पर स्थापित सौर परियोजनाओं से 10.37 गीगावॉट और ऑफ-ग्रिड सौर परियोजनाओं से 2.51 गीगावॉट शामिल हैं।