अवलोकन
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूलों में गीगा वाट (जीडब्ल्यू) पैमाने की विनिर्माण क्षमता प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूल कार्यक्रम के लिए 24,000 करोड़ रुपए की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना लागू कर रहा है। सौर पीवी निर्माताओं का चयन पारदर्शी चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। इस योजना में उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूलों के निर्माण और बिक्री पर, चालू होने के बाद पांच वर्षों के लिए चयनित सौर पीवी मॉड्यूल निर्माताओं के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) का प्रावधान है।
लक्ष्य और उद्देश्य
इस योजना का लक्ष्य भारत में उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूलों के निर्माण के लिए एक इकोसिस्टम का निर्माण करना है और इस प्रकार अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आयात निर्भरता को कम करना है। योजना के उद्देश्यों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- उच्च दक्षता मॉड्यूलों की सौर पीवी विनिर्माण क्षमता का निर्माण करना।
- उच्च दक्षता मॉड्यूलों के निर्माण के लिए भारत में अत्याधुनिक तकनीक लाना। यह योजना प्रौद्योगिकी निष्पक्ष होगी क्योंकि यह सभी प्रौद्योगिकियों के उपयोग को सहज बनाएगी । हालाँकि, बेहतर मॉड्यूल प्रदर्शन वाली प्रौद्योगिकियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- बेहतर गुणवत्ता नियंत्रण और प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए एकीकृत संयंत्रों की स्थापना को बढ़ावा देना।
- सौर विनिर्माण में स्थानीय सामग्री मंगाने के लिए पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना।
- रोजगार सृजन एवं तकनीकी आत्मनिर्भरता।
पीएलआई योजना इस प्रकार दो चरणों में लागू की जा रही है:
चरण-I:
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिनांक 7 अप्रैल, 2021 को उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल में गीगा वाट (जीडब्ल्यू) स्तर की विनिर्माण क्षमता प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूल कार्यक्रम के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी दी। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने दिनांक 28 अप्रैल, 2021 को 4,500 करोड़ रुपये के परिव्यय से 'राष्ट्रीय उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूल कार्यक्रम' पर उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के लिए योजना दिशानिर्देश जारी किए ।
- इस चरण के तहत, पीएलआई योजना (चरण-I) के लिए एमएनआरई की ओर से कार्यान्वयन एजेंसी, भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था लिमिटेड (इरेडा) ने राष्ट्रीय उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूलों के लिए विनिर्माण क्षमता स्थापित करने के लिए निर्माताओं के चयन के लिए बोली दस्तावेज जारी किए। 4,500 करोड़ रु. के पीएलआई योजना परिव्यय से एकीकृत सौर पीवी मॉड्यूल विनिर्माण इकाइयों की 8,737 मेगावाट क्षमता की स्थापना के लिए इरेडा द्वारा तीन सफल बोलीदाताओं को नवंबर और दिसंबर, 2021 में कार्य आदेश जारी किए गए थे ।
चरण-II:
- दिनांक 21.02.2022 के मंत्रीमंडल अनुमोदन के बाद, एमएनआईआई द्वारा 19,500 करोड़ रुपये के परिव्यय से उच्च दक्षता वाले सौर पीवी माड्यूलों के लिए पीएलआई योजना के चरण-II के कार्यान्वयन के लिए योजना दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
- इस चरण के तहत, पीएलआई योजना (चरण-II) के लिए एमएनआरई की ओर से कार्यान्वयन एजेंसी, सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) ने उच्च दक्षता के सौर पीवी माड्यूलों के लिए पीएलआई योजना के चरण-II के तहत सौर पीवी निर्माताओं के चयन के लिए निविदा दस्तावेज जारी किया। सेकी द्वारा अप्रैल 2023 में 39,600 मेगावाट की पूर्ण/आंशिक रूप से एकीकृत सौर पीवी मॉड्यूल विनिर्माण की स्थापना के लिए 11 बोलीदाताओं को कार्य आदेश (एलओए) जारी किए गए हैं।
संबंधित दस्तावेज़
- उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना ‘उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल पर राष्ट्रीय कार्यक्रम’ की किश्त-I के लिए योजना दिशानिर्देश
- किश्त-I के अंतर्गत सफल बोलीदाताओं की सूची
- उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना ‘उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल पर राष्ट्रीय कार्यक्रम’ की किश्त-II के लिए योजना दिशानिर्देश
- किश्त-II के अंतर्गत सफल बोलीदाताओं की सूची