सौर पीवी
क्र. संख्या | परियोजना का नाम | पीआई और संस्थान का नाम | परियोजना लागत, एमएनआरई का हिस्सा (रु. लाख में) और अवधि |
---|---|---|---|
1 | राष्ट्रीय प्रकाश वोल्टीय अनुसंधान और शिक्षा केन्द्र(एनसीपीआरई) चरण-II | प्रो. बी जी फर्नान्डेज़,भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मुंबई | परियोजना लागत = ₹ 6235 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 5 वर्ष (परियोजना पूरी की गई) |
2 | राष्ट्रीय प्रकाश वोल्टीय अनुसंधान और शिक्षा केन्द्र(एनसीपीआरई) चरण-III | प्रो. बी जी फर्नान्डेज़, भारतीय प्रौद्योगिकी संसथान (आईआईटी) मुंबई | परियोजना लागत = ₹ 4092 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 4 वर्ष |
3 | सैल कैलीब्रेशन के लिए राष्ट्रीय प्राथमिक सुविधा | डॉ. प्रताप पाथी राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल), दिल्ली |
परियोजना लागत = ₹ 2166.76 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 3 वर्ष |
4 | उच्च दक्षता वाले(21%/19%) पीईआरसी प्रकार के सी-एसआई/एमसी-एसआई सेल का विकास | डॉ. बी.के. पंत, प्रमुख, भेल-एएसएससीपी, गुरुग्राम | परियोजना लागत = ₹ 5433 लाख एमएनआरई का हिस्सा = ₹2628 लाख अवधि = 3 वर्ष (परियोजना पूरी की गई) |
5 | फ्लेक्सिबल पेरोव्स्काइट सोलर सेल्स और इंटरमीडिएट मॉड्यूल | प्रो.शैबल के. सरकार, भारतीय प्रौद्योगिकी संसथान मुंबई, पवई, मुंबई | परियोजना लागत = ₹830 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 3 वर्ष |
पवन ऊर्जा
क्र. संख्या | परियोजना का नाम | पीआई और संस्थान का नाम | परियोजना लागत, एमएनआरई का हिस्सा (रु. लाख में) और अवधि |
---|---|---|---|
1 | समेकित पवन और सौर संसाधन आकलन | महानिदेशक राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान (नीवे), चेन्नई |
परियोजना लागत = ₹ 1799 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 5 वर्ष |
2 | खंभात की खाड़ी और मन्नार की खाड़ी में मौसम-महासागर मापन(पवन, लहर, ज्वार, वेग, जल स्तर, आदि) | महानिदेशक राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान (नीवे), चेन्नई |
परियोजना लागत = ₹ 4464 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 5 वर्ष |
लघु पन विद्युत
क्र. संख्या | परियोजना का नाम | पीआई और संस्थान का नाम | परियोजना लागत, एमएनआरई का हिस्सा (रु. लाख में) और अवधि |
---|---|---|---|
1 | “अल्ट्रा लो हेड और हाइड्रोकाइनेटिक टर्बाइन का अनुसंधान और विकास तथा लघु जल विद्युत टर्बाइन मॉडलों के प्रदर्शन का पूर्वानुमान” शीर्षक वाला उत्कृष्टता केंद्र | प्रो. अरुण कुमार, भारतीय प्रौद्योगिकी संसथान (आईआईटी), रुड़की |
परियोजना लागत = ₹ 1908 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 4 वर्ष |
अपशिष्ट से ऊर्जा
क्र. संख्या | परियोजना का नाम | पीआई और संस्थान का नाम | परियोजना लागत, एमएनआरई का हिस्सा (रु. लाख में) और अवधि |
---|---|---|---|
1 | रसायन उत्पादन के लिए प्लाज़्मा पाइरोलिसिस प्रौद्योगिकी के द्वारा बायोमास गैसीकरण | प्रो. विमल कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, भारतीय प्रौद्योगिकी संसथान (आईआईटी), रुड़की | परियोजना लागत = ₹ 44.71 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 3 वर्ष |
2 | गैसीकरण के जरिए विद्युत उत्पादन के लिए कृषि अपशिष्ट का घनीकरण और को-फायरिंग | डॉ. तपस पात्रा, सरदार स्वर्ण सिंह राष्ट्रीय जैव ऊर्जा संस्थान (एसएसएस-नीबे), कपूरथला, पंजाब |
परियोजना लागत = ₹ 40.45 लाख एमएनआरई का हिस्सा = 100% अवधि = 2.5 वर्ष |
Hydrogen Energy
क्र. संख्या | परियोजना का नाम | पीआई और संस्थान का नाम | परियोजना लागत, एमएनआरई का हिस्सा (रु. लाख में) और अवधि |
---|---|---|---|
1 | लेह में ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटि परियोजनाएं | श्री डीएमआर पाण्डा, महा प्रबंधक एनटीपीसी लिमिटेड, नॉएडा, उत्तर प्रदेश |
परियोजना लागत – ₹ 7227 लाख एमएनआरई का हिस्सा – ₹ 2598.5 लाख अवधि – 3 वर्ष |
2 | उच्च स्वदेशी सामग्री के साथ 20 किलोवाट निम्न ताप वाले पॉलिमर इलेक्ट्रोलाइट मेम्ब्रेन फ्युल सेल का डिजाइन एवं विकास (एलटीपीईएमएफसी) | डॉ. आर. बालाजी एआरसीआई- सेंटर फॉर फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी, चेन्नई |
कुल परियोजना लागत: ₹2138.74 लाख एमएनआरई का हिस्सा: ₹1773.74 लाख अवधि: 3 वर्ष |
3 | राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (नाइस), ग्वाल पहाड़ी, हरियाणा में हाइड्रोजन ऊर्जा से संबंधित उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना | महानिदेशक राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान(नाइस), गुरुग्राम हरियाणा |
कुल परियोजना लागत: ₹1030.47 लाख अवधि: 3 वर्ष |